24 November 2021

Real Apps And Fake Apps difference | सही और ग़लत Apps को कैसे पहचाने ? | Android Apps Details

Real Apps And Fake Apps difference | सही और ग़लत Apps को कैसे पहचाने ? | Android Apps Details




दोस्तों आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया है कि कैसे आप सही और गलत एप्स का पता लगा सकते हो क्योंकि आज के समय में हर एक व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है और हर एक व्यक्ति अपने फोन में हर दिन नए-नए एप्लीकेशन को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करता रहता है |




ऐसे में जो प्लीकेशन वह इंस्टॉल कर रहा है क्या वह एप्लीकेशन उसके फोन के लिए सही है भी या नहीं यह उसका और आप सभी का जानना आज के समय में बहुत आवश्यक है ।




जब भी कोई न्यू स्मार्टफोन खरीदता है तो वह प्ले स्टोर पर अवेलेबल जितने भी एप्स है उन सभी को एक ना एक बार इंस्टॉल करके चलाने का जरूरत सोचता है वह चाहता है यार PlayStore जितने भी ऐप है गेम है एक बार तो इंस्टॉल करके देखें |


लेकिन उसको कभी ना कभी यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है कैसे ?


दोस्तों यह बताया जाता है कि जितनी भी एप्लीकेशन प्ले स्टोर में अवेलेबल है वह सभी रियल एप्लीकेशन है हालांकि यह बात को पूरी तरीके से मानना गलत है क्योंकि एंड्राइड के प्लेटफार्म गूगल प्ले स्टोर में ऐसे बहुत से एप्लीकेशन अवेलेबल है जोकि पूरी तरह से गलत है |


हम आंख बंद कर कर प्ले स्टोर पर पूरी तरीके से भरोसा नहीं कर सकते और हमें करना भी नहीं चाहिए क्योंकि ऐसा कई बार हुआ है कि प्ले स्टोर के एप्लीकेशन भी हमारी इंफॉर्मेशन को कहीं ना कहीं अपनी डाटा में स्टोर करते हैं |


आजकल के समय में सबसे कीमती जो है वाह हमारी पर्सनल इनफॉरमेशन है हमारा नंबर हमारा पता हमारा नाम कहीं ना कहीं सबसे कीमती है |


हालांकि इस बात को हम नहीं समझते और हम अपने नाम नंबर पता सभी को बताते हैं और जहां पर भी उसे डालना होता है वहां पर उसे डालते भी हैं लेकिन हमें इस बात का पता होना चाहिए कि आजकल हमारे डाटा की भी मतलब हमारे पर्सनल इनफॉरमेशन की भी बहुत ज्यादा कीमत है |


ऐसे ही प्ले स्टोर में अवेलेबल कुछ एप्स हमारा फायदा उठाते हैं आप जब इंस्टॉल करते हो अपने फोन में तो इनस्टॉल करते वक्त वह आपसे आपकी सारी पर्सनल इंफॉर्मेशन को अपने डेटा में या अपने सरवर में कलेक्ट कर लेते हैं स्टोर कर लेते हैं और फिर वह आपके पर्सनल इनफॉरमेशन को थर्ड पार्टी को बेच देते हैं कुछ रुपए में ऐसे में हमें यह ध्यान रखना चाहिए |


दोस्तों प्ले स्टोर में हमें वही ऐप को इंस्टॉल करना चाहिए जो कि ज्यादा फेमस है जिनको ज्यादा लोगों ने अपने मोबाइल में इंस्टॉल कर रखा है हमें सिर्फ वही एप्लीकेशन को अपने फोन में इंस्टॉल करना चाहिए |

दोस्तों जब भी आप प्ले स्टोर में कोई भी एप्लीकेशन को इंस्टॉल करने जाते हो तो वहां पर उसका डाउनलोड शो होता रहता है कि कितने लोगों ने उसे डाउनलोड किया है अगर वहां पर ज्यादा संख्या लिखी हुई है लोगों की तो वह Application आप इंस्टॉल कर सकते हो |

वह आपके लिए बेहतर होगा कभी भी अपने फोन में फालतू के एप्लीकेशन को इंस्टॉल नहीं करना चाहिए वह एप्लीकेशन जिनको कि हम कभी भी अपने प्रयोग में नहीं लाते वह सिर्फ आपका स्टोरेज खाते हैं और आपका इंफॉर्मेशन अपने सर्वर पर collect करते हैं ।




कुछ एप्लीकेशन प्ले स्टोर में ऐसे भी हैं जोकि आपको गलत इंफॉर्मेशन देते हैं जैसे कि फ्री डाटा अगर आप प्ले स्टोर में फ्री रिचार्ज फ्री डाटा वाले एप्स को सर्च करते हो तो वहां पर आपको सभी फेक एप्स देखने को मिल जाएंगे जो कि आपको फ्री डाटा या फिर रिचार्ज देने का वादा करेंगे |


हालांकि वह वादा सरासर गलत है क्योंकि बिना कोई ऑफर आए कंपनी के द्वारा कोई एप्लीकेशन आपको फ्री में डाटा नहीं दिला सकता इस बात को हमें भी सोचना चाहिए और अगर देवी रहा है तो कहीं ना कहीं आपके फायदे से ज्यादा उनका फायदा आपसे होगा तो हमें कोई भी स्टेप लेते हुए हर चीज का ध्यान रखना चाहिए खास तौर से इस ऑनलाइन की दुनिया में ।


प्ले स्टोर में कुछ एप्स ऐसी भी है जो कि आपके पर्सनल इनफॉरमेशन को दूसरी कंट्री में भी भेजती है क्योंकि जो एप्स इंडिया के सरवर में बनाई गई हैं वह ऐप आपका डाटा कलेक्ट नहीं करती है अगर करती भी है तो वह इंडिया के बॉर्डर को क्रॉस नहीं करता है|


लेकिन कुछ एप्स को बनाने वाले एप्स कस्टमर किसी बाहर की कंट्री में रखते हैं जिनको कि अगर आप अपने फोन में इंस्टॉल करते हो और आप अगर इंडिया से यूज करते हो तो वह ऐप आप के डाटा को कहीं ना कहीं अपने सरवर में स्टोर करता है और वह सरवर जैसा कि मैंने आपको बताया कि किसी बाहर कंट्री में रखा गया होता है |


तो हमें प्ले स्टोर से एप इंस्टॉल करते वक्त यह भी देखना चाहिए कि उसका फाउंडर कौन है किस नाम से है और असली में वह ऐप कहां पर बनाया गया है इसीलिए आपने देखा होगा कि आजकल आपको लोग अपने स्मार्टफोन में ज्यादा इंस्टॉल करना पसंद करते हैं जो कि हमारे इंडिया में बनाया गया होता है और इंडिया के लोग के द्वारा बनाया गया होता है


काफी लोग थर्ड पार्टी एप्लीकेशन भी अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करते हैं जैसे कि सीधा गूगल पर गए और उन्होंने गूगल से कोई भी Apk को इंस्टॉल कर लिया गूगल पर बहुत फेक वेबसाइट और एप्लीकेशन अवेलेबल है अगर आप यह नहीं पहचानोगे कि कौन सा ऐप गलत है तो वहां पर आपकी फोन को हैक किया जा सकता है और आपकी फोन में वायरस को भी डाला जा सकता है |

तो हर एप्लीकेशन को जगह को इंटरनेट से इंस्टॉल करते वक्त हमें यह भी देखना चाहिए की वेबसाइट Apk, App क्या अपने फोन में इंस्टॉल करने लायक है भी या नहीं ।




क्या सभी एप्लीकेशन गलत ही होते हैं तो यह कहना भी गलत है क्योंकि कुछ एप्लीकेशन सिर्फ और सिर्फ आपकी हित के लिए बनाए जाते हैं जैसे कि वह एप्लीकेशन जो कि हमारे गवर्नमेंट के द्वारा बनाई गई है उसे हम बेझिझक अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करके उसे प्रयोग कर सकते हैं |


तो हमें जब भी कोई एप्लीकेशन अपने फोन में इंस्टॉल करना है तो हमें कुछ इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी बाहर की बनाई गई एप्लीकेशन को हमें स्टॉल नहीं करना चाहिए |


अगर करते भी हैं तो हमें यह देखना चाहिए कि वह एप्लीकेशन हमारा कोई पर्सनल डाटा कलेक्ट नहीं कर रही है दूसरी जब भी हम एप्लीकेशन को इंस्टॉल करें तो हम सिर्फ वही एप्लीकेशन को इंस्टॉल करें जिनकी हमें सच में जरूरत हो हमें अपने फोन की स्टोरेज भरने के लिए एप्लीकेशन को इंस्टॉल नहीं करना है |


कभी भी एप्लीकेशन को भी इंस्टॉल नहीं करना है जिनका कि आप इंटरनेट प्रयोग करते वक्त या इंटरनेट पर या इंटरनेट का इस्तेमाल करते वक्त दिखते हैं ऐप आप को लालच देकर आपसे आपकी फोन में इंस्टॉल करवा लेते हैं फिर वह आपका स्मार्ट फोन और फोन को ट्रैक करते रहते है ।




कुछ एप्लीकेशन ऐसे भी होते हैं जो कि आपकी फोन में खुद ब खुद इंस्टॉल हो जाते हैं वाह आपकी फोन की स्टोरेज को अपने आप भरते रहते हैं और आपकी स्मार्टफोन को गलत तरीके से प्रयोग में लेते रहते हैं तो यह सब एप्स से हमें इनके बचना है और इंटरनेट पर उपलब्ध हर कोई एप्लीकेशन को अपने फोन में नहीं डालना है ।


अगर बात करें एप्लीकेशन की एप्लीकेशन हमारे एंड्रॉयड स्मार्टफोन की जान है लेकिन सिर्फ वही एप्लीकेशन जिनको की काफी लोगों ने अपने फोन में इंस्टॉल कर रखा है और जो कि सच में आपको अच्छी बेनिफिट प्रोवाइड करता है सिर्फ वह एप्लीकेशन ही आपके स्मार्टफोन को सेफ रख सकता है ।




तो फिर आपने भी नया नया स्मार्टफोन खरीदा है तो आपको भी यह ध्यान रखना है की उत्साह में आकर कोई भी एप्लीकेशन को इंस्टॉल नहीं करना है सिर्फ वह एप्लीकेशन इंस्टॉल करें जिनकी आपको सच में जरूरत हो |

अगर याद आर्टिकल अच्छा लगा होगा तो इसे लाइक करेगा कमेंट करेगा आपने अपनी राय कि क्या आप सोचते हो इन एप्लीकेशंस के बारे में और अगर ऐसी और आर्टिकल पढ़ना हो तो हमारी वेबसाइट पर विजिट करते रहेगा |


धन्यवाद |



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